इलेक्ट्रिक गाड़ियों में उपयोग किये जा रहे टायर को कैसे पहचानें।
आज के समय में लोग किसी भी गाड़ी को खरीदने से पहले उसकी सभी बड़ी बड़ी जानकारी जैसे की गाड़ी में कितने CC का इंजन है, माइलेज कितना देती है, टार्क कितना जनरेट करती है, वगेरे को चेक कर लेंगे, एक तरह से उस गाड़ी की सम्पूर्ण कुंडली निकल लेते है।
और same यही बात इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर भी लागु पड़ती है। परन्तु लोग इस बड़ी बड़ी स्पेसिफिकेशन को देखकर कुछ छोटे छोटे स्पेसिफिकेशन को नहीं चेक करते जैसे की इस इलेक्ट्रिक गाड़ी में किस प्रकार का टायर का उपयोग किया है उसकी क्या स्ट्रेंथ है? वगेरे।
और यह छोटी छोटी इनफार्मेशन भी आपकी ड्राइविंग एक्सपेरिएंस तथा गाड़ी की टिकाऊ छमता (Durability) में बहुत ज्यादा इम्पोर्टेन्ट रोल अदा करती है।
इसलिए आज हम एक छोटी सी जानकारी की कोई भी गाड़ी में उपयोग किये जा रहे टायर को कैसे पहचाने?, से रिलेटेड सारी जानकारी लेकर आये है जो की सभी ग्राहकों को गाड़ी लेने से पहले जानना जरूरी होता है।
कोई भी गाड़ी में उपयोग किये जा रहे टायर को कैसे पहचाने?
कोई भी प्रकार के टायर को हम देखते है तो उसकी सारी जनरल इनफार्मेशन जैसे की width, load index, rim diameter, aspect ratio, speed rating वगेरे टायर के ऊपर अथवा तो व्हीकल मैनुअल में दिया होता है।
सामान्यतौर पर बताये तो यह कुछ इस तरह लिखा होता है। ” P215/65/R15 95H ” यह एक प्रकार का Alfa-Numeric कोड होता है जो की उस टायर की Width, Load Index, Rim Diameter, Aspect Ratio, Speed Rating वगरे से जुडी इफॉर्मेशन का रेप्रेज़ेंटशन होता है।
और पढ़े : Electric Car Vs CNG Car
इस Alfa-Numeric कोड का पहला शब्द टायर को किस प्रकार के व्हीकल में उपयोग किया जा रहा है उसको बताता है। जैसे की,
- P: Passenger Car
- LT: Light Truck
- ST: Special Trailer
- T: Temporary (restricted usage for “space-saver” spare wheels)
वही इस कोड का में शब्द के बाद आने वाला पहला नंबर इस टायर की width यानि की चौड़ाई को बताता है। जो की मिलीमीटर में बताया होता है।
जैसे इस कोड में पहला नंबर 215 है जिसका मतलब की यह टायर की बाहर से बाहर की चौड़ाई 215mm है।
इस नंबर के बाद आने वाला नंबर टायर का आस्पेक्ट रेश्यो (Aspect Ratio) बताता है। जो की परसेंटेज (Percentage) में दर्शाया होता है। आस्पेक्ट रेश्यो यह टायर के रिम हाइट (Rim Height) से विड्थ (Width) का रेश्यो होता है।
जैसे इस केस में आस्पेक्ट रेश्यो 65 है जिसका मतलब टायर की रिम हाइट, टायर की विड्थ का 65 परसेंटेज (Percentage) है।
और पढ़े : SUV, MUV, XUV, SEDAN, हैचबैक कार का क्या मतलब होता है।
वही इस नंबर के बाद आने वाला शब्द टायर की आंतरिक संरचना (Internal Construction) को दर्शाता है।
जैसे की इस केस में R का मतलब रेडियल (Radial) होता है। जिसका मतलब यह होता है की टायर के आंतरिक रबर को रेडियल पैटर्न (Radial Pattern) में रखकर टायर को बनाया गया है।
सामान्यतौर पर टायर की आंतरिक संरचना तीन प्रकार से होती है जो की निचे बताई हुयी है।
- B: bias belt (where the sidewalls are the same material as the tread, leading to a rigid ride)
- D: diagonal
- R: radial
वही इस स्तब्ध के बाद आने वाला नंबर टायर की व्यास (Rim Diameter) को दर्शाता है जो की इंच (Inch) में होता है।
जैसे की इस केस में 15 है जिसका मतलब होता है की टायर की रिम का व्यास (Diameter) 15 इंच है।
वही इसके बाद आने वाला नंबर टायर का लोड इंडेक्स (Load Index) होता है। जो की टायर की भार वहन छमता (Load Carrying Capacity) को दर्शाता है। यह लोड इंडेक्स यह बताता है की टायर कितना भार (किलोग्राम में) को वहन (carry) कर सकेगा।
और पढ़े : गाड़ी में इंजन कैपेसिटी (CC), टॉर्क, BHP, RPM क्या होता है।
जैसे की इस केस में नंबर 95 है इसका मतलब यह हुआ की टायर 690 Kg जितना भार वहन कर सकता है। और लोड इंडेक्स नंबर की शुरुवात 60 से होती है और 139 पर खतम होती है।
Code | Weight | Code | Weight | Code | Weight | Code | Weight |
---|---|---|---|---|---|---|---|
60 | 250 kg | 80 | 450 kg | 100 | 800 kg | 120 | 1,400 kg |
61 | 257 kg | 81 | 462 kg | 101 | 825 kg | 121 | 1,450 kg |
62 | 265 kg | 82 | 475 kg | 102 | 850 kg | 122 | 1,500 kg |
63 | 272 kg | 83 | 487 kg | 103 | 875 kg | 123 | 1,550 kg |
64 | 280 kg | 84 | 500 kg | 104 | 900 kg | 124 | 1,600 kg |
65 | 290 kg | 85 | 515 kg | 105 | 925 kg | 125 | 1,650 kg |
66 | 300 kg | 86 | 530 kg | 106 | 950 kg | 126 | 1,700 kg |
67 | 307 kg | 87 | 545 kg | 107 | 975 kg | 127 | 1,750 kg |
68 | 315 kg | 88 | 560 kg | 108 | 1,000 kg | 128 | 1,800 kg |
69 | 325 kg | 89 | 580 kg | 109 | 1,030 kg | 129 | 1,850 kg |
70 | 335 kg | 90 | 600 kg | 110 | 1,060 kg | 130 | 1,900 kg |
71 | 345 kg | 91 | 615 kg | 111 | 1,090 kg | 131 | 1,950 kg |
72 | 355 kg | 92 | 630 kg | 112 | 1,120 kg | 132 | 2,000 kg |
73 | 365 kg | 93 | 650 kg | 113 | 1,150 kg | 133 | 2,065 kg |
74 | 375 kg | 94 | 670 kg | 114 | 1,180 kg | 134 | 2,125 kg |
75 | 387 kg | 95 | 690 kg | 115 | 1,215 kg | 135 | 2,185 kg |
76 | 400 kg | 96 | 710 kg | 116 | 1,250 kg | 136 | 2,245 kg |
77 | 412 kg | 97 | 730 kg | 117 | 1,285 kg | 137 | 2,305 kg |
78 | 425 kg | 98 | 750 kg | 118 | 1,320 kg | 138 | 2,365 kg |
79 | 437 kg | 99 | 775 kg | 119 | 1,360 kg | 139 | 2,435 kg |
इसके बाद आने वाला शब्द टायर की स्पीड रेटिंग (Speed Rating) को दर्शाता है। स्पीड रेटिंग टायर की लोड इंडेक्स के हिसाब से मैक्सिमम स्पीड पर भार वहां करने की छमता को बताता है।
और पढ़े : IP69K तथा ASIL सेफ्टी रेटिंग्स क्या होती है
जैसे की इस केस में स्पीड रेटिंग H है इसका मतलब यह हुआ की यह टायर इसके लोड इंडेक्स के हिसाब से मैक्सिमम 210 Km/h की स्पीड को सपोर्ट करेगा।
Code | km/h | mph | Code | km/h | mph |
---|---|---|---|---|---|
A1 | 5 | 3 | L | 120 | 75 |
A2 | 10 | 6 | M | 130 | 81 |
A3 | 15 | 9 | N | 140 | 87 |
A4 | 20 | 12 | P | 150 | 94 |
A5 | 25 | 16 | Q | 160 | 100 |
A6 | 30 | 19 | R | 170 | 106 |
A7 | 35 | 22 | S | 180 | 112 |
A8 | 40 | 25 | T | 190 | 118 |
B | 50 | 31 | U | 200 | 124 |
C | 60 | 37 | H | 210 | 130 |
D | 65 | 40 | V | 240 | 149 |
E | 70 | 43 | Z | over 240 | over 149 |
F | 80 | 50 | W | 270 | 168 |
G | 90 | 56 | (W) | over 270 | over 168 |
J | 100 | 62 | Y | 300 | 186 |
K | 110 | 68 | (Y) | over 300 | over 186 |
टायर को कैसे पहचाने?
निचे बताये गए स्टेप्स आपको टायर को समझने में बहुत मददगार होगा।
Step: 1
टायर पर लिखा हुआ अल्फा-न्यूमेरिक (Alpha Numeric) कोड को देखे। उदहारण के तौर पर “P215/65/R15 95H“.
Step: 2
अल्फा-न्यूमेरिक कोड में लिखा पहला शब्द टायर किस प्रकार के व्हीकल में उपयोग किया है उसको बताता है।
Step: 3
इसके बाद आने वाला नंबर टायर की विड्थ (Width) को बताता है।
Step: 4
इसके बाद आने वाला नंबर टायर का आस्पेक्ट रेश्यो (Aspect Ratio) बताता है। जो की टायर के रिम हाइट (Rim Height) से विड्थ (Width) का रेश्यो होता है।
Step: 5
इसके बाद आने वाला शब्द टायर की आतंरिक संरचना को बताता है। की यह टायर को किस पैटर्न में बनाया गया है।
Step: 6
इसके बाद आने वाला नंबर टायर के रिम का व्यास (Diameter) को बताता है।
Step: 7
इसके बाद आने वाला नंबर लोड इंडेक्स (Load Index) होता है जो की टायर की भार वहन करने की छमता को बताता है।
Step: 8
इसके बाद आने वाला शब्द टायर की स्पीड रेटिंग को बताता है की टायर कितनी मैक्सिमम स्पीड से लोड इंडेक्स के मुताबिक भार वहन कर सकेगा।