पुणे में Ola Electric Scooter में लगे आग के लिए कंपनी ने बहार के पार्ट्स पर लगाया इल्जाम, सच तो कुछ और निकला।
हाल ही में सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आया जिसमे Ola Electric Scooter में आग लगते हुए दिखाया गया है। कंपनी ने दी सफाई, कहा- बाहर से लगवाए पार्ट्स के चलते लगी आग, चलिए जानते है क्या है , पूरी सच्चाई..
इलेक्ट्रिक स्कूटर में ओला (Ola) तेजी से बढ़ने वाली कंपनी बन कर उभरी है, लेकिन कुछ मौकों पर ओला स्कूटर में आग लगने की घटना ने इसकी सुरक्षा पर बहस छेड़ दी है ।
कुछ महीने पहले तिरुवनंतपुरम में खड़ी ओला इलेक्ट्रिक S1 प्रो में आग लग गई थी. पिछले साल मार्च में पुणे के धनोरी इलाके में एक और ओला S1 प्रो स्कूटर में आग लग गई थी। घटना के बाद, ओला इलेक्ट्रिक ने अपने इलेक्ट्रिक two wheelers की 1,441 यूनिट्स को रिकॉल कर लिया था। पर बीते शनिवार को फिर से एक ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने का मामला पुणे से सामने आया है ।
Ola Electric Scooter में कैसे लगी आग
पुणे में इलेक्ट्रिक स्कूटर में बीच सड़क पर आग लग गई. हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन स्कूटर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. पुणे शहर की यह दूसरी ऐसी घटना है ।
शनिवार को हुई इस घटना का वीडियो वायरल हुआ ,वीडियो में स्कूटर से धुआं निकलता दिख रहा है. फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाने के लिए पानी की हौज पाइप का इस्तेमाल किया ।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पिंपरी-छिंदवाड़ म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (PCMC) फ़ायर ब्रिगेड ने कहा कि स्कूटर में आग लगने की वजह बैटरी संबंधी है ।
कंपनी ने Ola Electric Scooter के बारें में क्या कहा
इसके वीडियोस के बाद कंपनी का बयान सामने आया है. ओला ने अपने बयान में कहा है कि स्कूटर में बाहरी मार्केट से लेकर लगाए गए पार्ट्स में शॉर्ट सर्किट के चलते घटना हुई। जिसके कारण यह घटना हुई । ये पार्ट्स कंपनी के नहीं थे। कंपनी ने पुष्टि की कि वाहन की बैटरी बरकरार और फ़ंक्शनल है और ग्राहकों से हमेशा ओरिजिनल पार्ट्स इस्तेमाल करने की अपील की है.
कंपनी ने आगे कहा, ‘ओला में, सुरक्षा highest priority है और हम वाहन सुरक्षा और quality को लेकर कड़े standard का पालन करते हैं. हम अपने ग्राहकों से सभी सर्विस रिक्वायरमेंट्स के लिए केवल वास्तविक/जेनुइन स्पेयर पार्ट्स और एसेसरीज का इस्तेमाल करने का रिक्वेस्ट करते हैं ।
साथ ही कस्टमर सपोर्ट के लिए ऑनलाइन या निकटतम ओला एक्सपीरियंस सेंटर के माध्यम से संपर्क करने की अपील करते है। आग की घटनाओं ने सरकार को जांच के लिए एक पैनल बनाने के लिए प्रेरित किया था और कंपनियों को लापरवाही बरतने पर जुर्माना लगाने की चेतावनी दी है।
और पढ़े :