What is ADAS | ADAS Technology क्या होती है।

What is ADAS Technology in Hindi

आज के इस इन्फोर्मटिवे आर्टिकल में ADAS टेक्नोलॉजी क्या होती है (What is ADAS Technology), ADAS टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है। इसके फायदे तथा गैरफायदे के बारे में संछेप में जानते है।

जैसे जैसे समय बीतता जा रहा है वैसे वैसे टेक्नोलॉजी अपनी नयी से नयी सीमा को छू कर काफी आगे निकलती जा रही है। बीते कुछ साल में टेक्नोलॉजी का जो रेवोलुशन हुआ है वो पीछे बीते दस से बीस साल की तुलना में काफी ज्यादा है। हम चार से पांच साल आगे की टेक्नोलॉजी को अभी देख लिए है।

अब तो धीरे धीरे सभी प्रोसेस आटोमेटिक होती जा रही है जिसमे सबसे बड़ी भूमिका टेक्नोलॉजी का है। पिछले कुछ सालो में AI Technology भी बहुत चर्चे में है। अंतः कहु तो टेक्नोलॉजी का विकास मतलब देश का विकास होता है।

इस Technology Revolution में Auto Industry में भी बहुत सी टेक्नोलॉजी तथा सिस्टम का विकास हुआ है बहुत से टेक्नोलॉजी नयी आयी है। उसी में से एक ADAS Technology है जो ड्राइविंग को काफी Advanced तथा Safe बनाती है।

तो चलिए जानते है इसी ADAS Technology के बारे में, आख़िरकार ये टेक्नोलॉजी क्या होती है, यह कैसे काम करती है, इसके कितने प्रकार है , इस टेक्नोलॉजी के कौन कौन से फायदे तथा गेरफायदे है। तो चलिए शुरू करते है।

ADAS Technology क्या होती है | What is ADAS

ADAS का फुल फॉर्म Advanced Driver Assistant System होता है। जो की गाड़ी की ड्राइविंग के वख्त इंसान के भूल के कारन होने वाले एक्सीडेंट (Accident) तथा हेल्थ इंजरीज (Health Injuries) से बचाता है।

ADAS Technology बहुत सारे एडवांस्ड सेफ्टी तथा ड्राइविंग फीचर्स और सेंसर्स का Combination है। जिसके बदौलत ही Human Error को डिटेक्ट करके होने वालों हादसों से ऑटोमेटिकली बचा जाता है।

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ADAS System में बहुत से एडवांस्ड सेफ्टी टेक्नोलॉजी का उपयोग होता है जैसे की,

  • Pedestrian detection/avoidance
  • Lane departure warning/correction
  • Traffic sign recognition
  • Automatic emergency braking
  • Blind spot detection, वगेरे।

आज कल ADAS System का उपयोग इलेक्ट्रिक कार, बस, ट्रक्स, मिलिट्री व्हीकल्स फार्मिंग व्हीकल्स तथा कंस्ट्रक्शन व्हीकल में किया जा रहा है। ADAS System का मुख्य उदेश्य ही लोगो की जान मान की हानि होने से बचाना है।

ADAS Technology कैसे काम करती है | How ADAS Technology Works

ड्राइवर को ड्राइविंग के वख्त खतरा (Danger) का अलर्ट देना अथवा तो खतरे के सामने योग्य कदम लेकर खतरे को टालने का काम ADAS टेक्नोलॉजी करती है।

ADAS System में विभिन्न प्रकार के एडवांस्ड सेंसर्स तथा आर्टिफीसियल टेक्नोलॉजी (AI) का समावेश होता है जो की किसी भी परिस्थिति में खतरे (Danger) को डिटेक्ट करके ड्राइवर को अलर्ट करती है या योग्य एक्शन लेती है जिससे नुक्सान न हो। जैसे की,

हम अँधेरे में किसीको देख नहीं सकते परन्तु राडार सेंसर (Radar Sensor) सभी को देख सकता है मतलब की डिटेक्ट कर लेता है।

हम अपनी कार अथवा तो व्हीकल को रिवर्स करते समय यह नहीं पता कर सकते की कार के पीछे कोई बच्चा है या नहीं, जैसा की चमगादड़ अथवा तो डॉलफिन पता करके echolocate करती है, परन्तु Sonar Sensor यह पता कर सकता है।

हम एक समय में सभी दिशा में नहीं देख सकते है, परन्तु Camera तथा Lidar Sensor एक ही समय पर सबकुछ देख सकते है।

क्या आपको अपनी लोकेशन का परफेक्ट Latitude तथा Longitude पता है, परन्तु कार के सिस्टम में रही AI (आर्टिफीसियल टेक्नोलॉजी) global positioning satellites (GPS) से सभी डाटा लेकर कार के सिस्टम को दे देती है जिससे आपकी सही लोकेशन का पता रहता है।

ADAS Technology कैसे काम करती है।
Image Credit : synopsys.com

कुछ शब्दों में कहु तो, ADAS यह एक सेंसर्स के समूह (Group of Sensor), आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) तथा पावरफुल कंप्यूटर का सिस्टम है। जिसमे यह सभी तकनीक तथा सेंसर्स हमेशा आपके आजु बाजु रही चीजवस्तु तथा व्हीकल्स को देखते रहते है उन्हें Examine करते है और उसका पूरा इनफार्मेशन High Performance Computer को देते है जिसमे रही आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) सिचुएशन तथा प्रायोरिटी के हिसाब से कदम लेकर आउटपुट के तौर पर आपको डेंजर अथवा तो व्हीकल्स का अलर्ट देती है।

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ADAS System के प्रकार | Types of ADAS System

ADAS System दो प्रकार के होते है। जिसे निचे लिस्ट में बताये हुए है।

  1. Passive ADAS System
  2. Active ADAS System

1. Passive ADAS System

Passive ADAS System में सिस्टम में लगे सेंसर्स तथा टेक्नोलॉजी खतरा आने पर खतरे की वार्निंग (Warning) ड्राइवर को देती है जिसे देखकर और पहचान कर ड्राइवर जरूरी कदम लेता है। यह वार्निंग, सिस्टम आवाज अथवा तो लाइट को चालू बंद चालू कर के देती है।

Passive ADAS System में सामान्यतौर पर निचे बाटे हुए टेक्नोलॉजी तथा फीचर का समावेश होता है।

  • ABS – Anti-lock Braking Systems: एंटी लॉक ब्रैकिंग सिस्टम, इमरजेंसी ब्रेक के दौरान कार को Turn (मुड़ने) तथा फिसलने से बचता है।
  • ESC – Electronic Stability Control: इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कण्ट्रोल, अनचाही ड्राइविंग कंडीशन में ड्राइवर को स्टीयरिंग कण्ट्रोल करने में गाइड करता है।
  • TCS – Traction Control System: ट्रैक्शन कण्ट्रोल सिस्टम, रोड के मोड़ के दौरान कार के ट्रैक्शन को कण्ट्रोल करने में ड्राइवर की मदद करता है।
  • Back-up Camera: कार के पीछे का दॄश्य ड्राइवर को देता है जिससे कार पार्किंग तथा अन्य एक्टिविटी में सहायता मिलती है।
  • LDW – Lane Departure Warning: व्हीकल को लेन में रहने में मदद करता है। कार लेन से बाहर जाने पर ड्राइवर को वार्निंग देता है।
  • FCW – Forward Collision Warning: आगे की तरफ एक्सीडेंट या भिड़ंत होने से बचने के लिए ड्राइवर को ब्रेक लेने के लिए बोलता है।
  • Blind Spot Detection: ड्राइवर को दिखे न ऐसी जगह पर व्हीकल होने पर ड्राइवर को सतर्क करता है।

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2. Active ADAS System

Active ADAS System में सिस्टम में लगे सेंसर्स तथा टेक्नोलॉजी खतरा आने पर Automatic कदम ले लेते है। जिससे एक्सीडेंट तथा ड्राइवर को होने वाले अन्य नुक्शान में काफी रहत मिलती है।

Active ADAS System में उपयोग की जा रही टेक्नोलॉजी लीची बताये हुए है।

  • Automatic Emergency Braking: गाड़ी के सामने अचानक कोई आ जाने पर जैसे की राहगीर, जानवर या कोई भी वस्तु वगेरे से टकराने से बचने के लिए आटोमेटिक ब्रेक लगाती है।
  • Emergency Steering: कार के लेन में टक्क्र होने से बचने के लिए कुछ समय पर आटोमेटिक स्टीरियंग कण्ट्रोल करती है ,
  • Adaptive Cruise Control: एडप्टिव क्रूज कण्ट्रोल, व्हीकल के आजु बाजू तथा आगे चल रही गाडी के हिसाब से ऑटोमेटिकली व्हीकल की स्पीड को फ़ास्ट अथवा तो स्लो करता है।
  • Lane Keeping Assist: व्हीकल के स्टीरियंग को कण्ट्रोल करके कार को लेन के सेण्टर में रहने में मदद करता है।
  • Self Parking: कार को पार्किंग जगह पर ऑटोमेटिकली पार्क करता है।

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Level of ADAS Technology

ADAS Technology ले मुख्यता 5 Level होते है जिसे निचे विस्तार में समझाया हुआ है।

Level of ADAS Technology
Image Credit: synopsys.com
  • ADAS के लेवल शून्य क मतलब की व्हीकल में किसी भी प्रकार की आटोमेटिक अथवा तो एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का उपयोग नहीं किया है। ड्राइवर खुदसे एक्शन लेकर व्हीकल को ऑपरेट करता है।
  • ADAS Level 1 का मतलब व्हीकल में स्पीड मॉनिटरिंग तथा कण्ट्रोल की आटोमेटिक टेक्नोलॉजी Cruise Control का उपयोग हुआ है। बाकी दूसरे एक्शन जैसे ब्रेकिंग वगेरे ड्राइवर खुदसे ऑपरेट करता है।
  • ADAS Level 2 का मतलब व्हीकल में Partial Automation सिस्टम है। ADAS सिस्टम व्हीकल की अक्सेलरेशन तथा स्टीरियंग से जुड़े एक्शन को मॉनिटर तथा कण्ट्रोल करता है। वही बाकी के एक्शन ड्राइवर खुद लेता है।
  • ADAS Level 3 में ड्राइविंग के ज्यादातर टास्क ADAS सिस्टम करता है। Environmental detection जैसे फीचर का भी समावेश होता है। परन्तु इस लेवल में भी ड्राइवर की मौजूदगी तथा मॉनिटरिंग बेहद जरूरी होती है।
  • ADAS Level 4 का मतलब High Automation होता है जिसमे ड्राइविंग के ऑलमोस्ट सभी टास्क ADAS सिस्टम परफॉर्म करती है इस ऑटोमेशन में ड्राइवर को थोड़ा ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है।
  • ADAS Level 5 में व्हीकल फुल्ली आटोमेटिक हो जाती है इसमें ADAS सिस्टम ड्राइविंग से लेकर सभी टास्क खुद ही परफॉर्म करता है। इस लेवल के ऑटोमेशन में ड्राइवर की निगरानी की जरूरत नहीं पड़ती है।

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